Aise Kyun Lyrics – Rekha Bhardwaj | Mismatched Season 2 | Anurag Saikia, Raj Shekhar
Aise Kyun Lyrics in English
Aise Kyun Kuch To Likhti Hoon
Likh Ke Mitati Hoon Main Raat Bhar
Aise Kyun Batein Khud Ki Hi
Khud Se Chhupati Hoon Main Aaj Kal
Par Ye Sab Sochna
Dil Ko Yun Kholna
Sab Kuch Keh Kar Hi
Sab Ko Batana Zaroori Hai Kya
Aise Kyun
Aise Kyun Uske Hothon Pe
Acha Lagta Hai Mera Naam
Aise Kyun Kuch Bhi Bole Wo
Man Mein Ghulta Hai Zaafraan
Girta Hai Gulmohar
Khwabon Mein Raat Bhar
Aise Khwabon Se Baahar Nikalna
Zaroori Hai Kya
Aise Kyun
Haan Kyun Haan Kyun
Wo Kuch Bole Na Aise Kyun
Haan Kyun Haan Kyun
Wo Kuch Bole Na
Aksar Tumse Milkar Mujhko
Ghar Sa Lagta Hai
Fir Kyon Dil Hi Dil Mein Koi
Dar Sa Lagta Hai
Aise Kyun Lyrics in Hindi
ऐसे क्यूँ कुछ तो लिखती हूँ
लिख के मिटाती हूँ मैं रात भर
ऐसे क्यूँ बातें खुद की ही
खुद से छुपती हूँ मैं आज कल
पर ये सब सोचना
दिल को यूँ खोलना
सब कुछ कह कर ही
सब को बताना ज़रूरी है क्या
ऐसे क्यूँ
ऐसे क्यूँ उसके होठों पे
अच्छा लगता है मेरा नाम
ऐसे क्यूँ कुछ भी बोले वो
मन में घुलता है ज़ाफ़रान
गिरता है गुलमोहर
ख्वाबों में रात भर
ऐसे खव्बों से बहार निकलना
ज़रूरी है क्या
ऐसे क्यूँ
हाँ क्यूँ, हाँ क्यूँ
वो कुछ बोले ना
ऐसे क्यूँ
हाँ क्यूँ, हाँ क्यूँ
वो कुछ बोले ना
अक्सर तुमसे मिलकर मुझको
घर सा लगता है
फिर क्यूँ दिल ही दिल में कोई
डर सा लगता है
अक्सर तुमसे मिलकर मुझको
घर सा लगता है
फिर क्यूँ दिल ही दिल में कोई
डर सा लगता है
बीता जो वाकेया
सोचूँ मैं क्यों भला
बीती बातों से दिल को दुखाना
ज़रूरी है क्या
ऐसे क्यूँ हाँ क्यूँ, हाँ क्यूँ वो कुछ बोले ना
ऐसे क्यूँ हाँ क्यूँ, हाँ क्यूँ वो कुछ बोले ना